top of page

बच्चों में दस्त हो तो क्या करे?

Updated: Aug 27, 2023

बच्चे को दस्त कैसे पता चलेगा ?



कैसे पता चलेगा कि मेरे बच्चे को डायरिया है अगर दिन में बच्चों को तीन बार से ज्यादा लूज स्टूल होता है तो यह डायरिया है |अगर दस्त में बहुत ज्यादा पानी की मात्रा है और दस्त की कंसिस्टेंसी बदल गई है तो यह डायरिया है |


डायरिया छोटे बच्चों में एक बहुत गंभीर बीमारी है 5 साल से कम वर्ष के बच्चों में मौत का सबसे बड़ा कारण निमोनिया और डायरिया होता है|


एक से जीरो से लेकर 1 महीने का बच्चा दिन में 5 से 6 बार दस्त करता है लेकिन इसे डायरिया की श्रेणी में हम नहीं रखते |1 से 3 महीने का बच्चा 3 से 4 बार दस्त करता है, 4 से 6 महीने का बच्चा दिन में दो बार दस्त करता है और 7 महीने से ऊपर का बच्चा दिन में एक या फिर दो बार दस्त जाता है अगर इस फ्रीक्वेंसी में बच्चा दस्त कर रहा है तो उसे हम डायरिया नहीं कहते |


डायरिया से बचाव के लिए जो सबसे जरूरी है वह है डिहाइड्रेशन से बचाव शरीर में पानी किसी भी हालत में काम नहीं होना चाहिए | डिहाइड्रेशन से बचने का सबसे अच्छा तरीका है ORS , WHO ORS को रिकमेंड करती है|


ओआरएस कितना देना चाहिए ?

बच्चों के लिए बच्चों का जितना वजन है उसमें 10 का गुणा कीजिए इतना में ORS उसे हर दस्त के बाद हमें देना होता है |






ORS के अलावा और जितने लिक्विड फूड होते हैं जैसे


  • दाल का पानी

  • चावल का पानी

  • वेजिटेबल सूप

  • लस्सी या छाछ

  • नारियल पानी

  • शिकंजी

  • पानी


यह सारे ड्रिंक बच्चों को दिया जाना चाहिए ओआरएस के साथ में जिंक सप्लीमेंटेशन करना भी जरूरी है इससे डायरिया के फ्रिक्वेंट एपिसोड फ्रिक्वेंट एपिसोड से बचाव होता है| जिंक सिर्फ एक डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही लिया जाना चाहिए|


ओआरएस कैसे बनाएं?


  1. ओआरएस बनाने के पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धो ले I

  2. एक बर्तन में 1 लीटर पानी गरम कर ले और उसे अच्छी तरह से उबाल कर ठंडा कर ले I

  3. अब उसमें एक पूरा पैकेट वायरस का पाउडर डालकर मिलाएं I

  4. इस पाउडर घोल को हम 24 घंटे तक इस्तेमाल कर सकते हैं I

  5. थोड़ा-थोड़ा करके इस बच्चे को दें I




बच्चे को क्या खिलायें?


अगर बच्चा माँ का दूध पीता है तो दूध पिलाना बंद ना करे|


बच्चे के आहार में अनावश्यक कटौती करने से पोषक तत्वों का अपर्याप्त सेवन होता है जो विकास में बाधा उत्पन्न कर सकता है और

बच्चे को कमजोर बनाता है. इसलिए, दस्त के दौरान या उसके बाद दूध या भोजन का सेवन प्रतिबंधित नहीं किया जाना चाहिए। बच्चे

दस्त से पीड़ित जो भोजन जारी रखते हैं वे अधिक तेजी से ठीक हो जाते हैं और वजन भी बेहतर तरीके से हासिल कर लेते हैं

उन बच्चों की तुलना में ठीक हो जाते हैं जिनका आहार प्रतिबंधित है।

बच्चे को भोजन अधिक आसानी से पचाने में मदद करने के लिए, भोजन अधिक बार और कम मात्रा में दिया जाना चाहिए।

उन बच्चों को स्तनपान जारी रखना चाहिए जो पहले इसे प्राप्त कर रहे थे।

भोजन जैसे चावल, दाल या अन्य अनाज का दलिया जो आसानी से उपलब्ध है और आसानी से तैयार किया जा सकता है

स्तनपान के अलावा घर का खाना सबसे अच्छा विकल्प है।

दस्त की प्रत्येक घटना के बाद, बच्चे के भोजन का सेवन उसके सामान्य सेवन से कम से कम एक समय तक बढ़ाया जाना चाहिए

दस्त बंद होने के बाद या जब तक बच्चा अपने मूल वजन पर वापस न आ जाए, एक या दो सप्ताह तक।

साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि बच्चा पर्याप्त मात्रा में नियमित तरल पदार्थ (स्तनपान सहित) लेता रहे।

ओआरएस के अलावा.


क्या ना खिलाये?


आपको बहुत सारे पेय पदार्थ देने से बचना चाहिए

जिसका अतिरिकत चीनी हो जैसे

  1. कार्बोनेटेड पेय

  2. कृत्रिम फलों का रस

  3. सादा ग्लूकोज

  4. चाय/कॉफ़ी

  5. स्ट्रीट फ़ूड

  6. प्रोसेस्ड फ़ूड

उच्च शर्करा और सोर्बिटोल मौजूद ये पेय आसमाटिक प्रभाव के कारण दस्त का कारण बन सकते हैं I ये ड्रिंक्स शरीर में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन भी कर सकते हैं क्योंकि उनमें ग्लूकोज और सोडियम का अनुपात सही नहीं है I





दस्त में क्या ना करे?

  1. बच्चे को भूखा ना रखे I

  2. उसे बार-बार घर का बना हुआ स्वच्छ भोजन दें।

  3. अपने आप से एंटीबायोटिक्स या कोई अन्य दवा न दें। ओआरएस को छोड़कर अन्य कोई भी दवा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा ही दी जानी चाहिए।

  4. दस्त के दौरान नियमित रूप से स्तनपान या दूध बंद न करें।

  5. यदि बच्चे में अपने आप सुधार नहीं होता है या नहीं तो बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेने में देरी न करें I



डॉक्टर के पास कब जाए?


ज्यादातर बच्चों में एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं होती है |एंटीबायोटिक की जरूरत तभी पड़ती है जब बच्चे को साथ में कोई बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाए उसकी पसलियां तेज चलने लगे या निमोनिया के लक्षण हो या आंखें और तालु धस जाए बच्चा खाना पीना छोड़ दे,स्थिर हो जाये

तब उसको निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र में जल्द से जल्द भेजना पड़ेगा

 
 
 

Comments


  • Instagram
  • alt.text.label.Facebook
  • alt.text.label.YouTube
bottom of page